जो काम बरसों की कोशिश के बावजूद सरकार नहीं कर सकी, वह पà¥à¤°à¥à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ ज़िले की 12 साल की बीड़ी मजदूर रेखा कालिंदी ने कर दिखाया है. उसकी बगावत ने इलाके में कम उमà¥à¤° में होने वाली शादियों पर काफ़ी हद तक अंकà¥à¤¶ लगा दिया है. रेखा के मां-बाप ने उसकी शादी तय कर दी थी, लेकिन उसने यह कहते हà¥à¤ शादी से इंकार कर दिया कि वह अà¤à¥€ आगे पढ़ना चाहती है. रेखा की इजो काम बरसों की कोशिश के बावजूद सरकार नहीं कर सकी, वह पà¥à¤°à¥à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ ज़िले की 12 साल की बीड़ी मजदूर रेखा कालिंदी ने कर दिखाया है. उसकी बगावत ने इलाके में कम उमà¥à¤° में होने वाली शादियों पर काफ़ी हद तक अंकà¥à¤¶ लगा दिया है. रेखा के मां-बाप ने उसकी शादी तय कर दी थी, लेकिन उसने यह कहते हà¥à¤ शादी से इंकार कर दिया कि वह अà¤à¥€ आगे पढ़ना चाहती है. रेखा की इस दिलेरी की ख़बर मिलने के बाद राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ पाटिल ने उससे मिलने की इचà¥à¤›à¤¾ जताई है. राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤¨ ने कोलकाता सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² सचिवालय से रेखा के बारे में और जानकारी मंगाई है. पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल के सबसे पिछड़े ज़िलों में शà¥à¤®à¤¾à¤° पà¥à¤°à¥à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के बीड़ी मजदूरों में बाल विवाह आम है. राजà¥à¤¯ की वाममोरà¥à¤šà¤¾ सरकार लगातार कोशिशों के बावजूद इस पर अंकà¥à¤¶ लगाने में नाक़ाम रही है. लेकिन रेखा की बगावत के बाद इलाके में à¤à¤¸à¥‡ विवाह थम गठहैं. पà¥à¤°à¥à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के सहायक शà¥à¤°à¤® आयà¥à¤•à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¸à¥‡à¤¨à¤œà¥€à¤¤ कà¥à¤‚डू कहते हैं, “रेखा की बगावत के बाद उसके गांव में à¤à¤• à¤à¥€ बाल विवाह नहीं हà¥à¤† है.” पिछड़ा इलाका जिले के à¤à¤¾à¤²à¤¦à¤¾-2 बà¥à¤²à¤¾à¤• के बड़ारोला गांव के à¤à¤• कमरे वाले अपने कचà¥à¤šà¥‡ मकान में रहने वाली रेखा के घर न तो बिजली है और न ही पीने के पानी की कोई वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾. उसने अपने जीवन में कोई फ़िलà¥à¤® तक नहीं देखी है. कालिंदी जनजातियों में कम उमà¥à¤° में ही शादियां हो जाती हैं. रेखा बताती है, “मेरी बड़ी बहन की शादी 12 साल की उमà¥à¤° में ही हो गई थी. अब वह 15 साल की है. उसे चार बचà¥à¤šà¥‡ हà¥à¤, लेकिन सब मरे हà¥à¤. उसके पहले पति ने उसे छोड़ दिया है. वह अपने दूसरे पति के साथ रहती है.” रेखा कहती है, “बड़ी बहन के साथ à¤à¤¸à¤¾ होने के बावजूद मेरे माता-पिता मेरी शादी 12 साल की उमà¥à¤° में करना चाहते थे लेकिन मैंने मना कर दिया. मैं आगे पढ़ना चाहती हूं.” इससे नाराज पिता ने रेखा का खाना-पीना रोक दिया लेकिन बेटी की ज़िद के आगे बाद में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मानना ही पड़ा. मिसाल रेखा की सहेलियों और सà¥à¤•à¥‚ल के शिकà¥à¤·à¤•à¥‹à¤‚ ने à¤à¥€ उसके पिता जगदीश कालिंदी को मनाने में उसकी सहायता की. अब रेखा अपने और आसपास के गांव में à¤à¤• मिसाल बन गई है. उसकी राह पर चलते हà¥à¤ अब तक क़रीब à¤à¤• दरà¥à¤œà¤¨ लड़कियां कम उमà¥à¤° में शादी से इंकार कर चà¥à¤•à¥€ हैं. सहायक शà¥à¤°à¤® आयà¥à¤•à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¸à¥‡à¤¨à¤œà¥€à¤¤ कà¥à¤‚डू बताते हैं, “ग़रीब परिवारों की रà¥à¤–साना ख़ातून, सकीना ख़ातून, अफसाना ख़ातून और सà¥à¤®à¤¿à¤¤à¤¾ महतो जैसी कई लड़कियों ने शादी से इंकार कर दिया है. उन सबकी उमà¥à¤° 11 से 13 साल के बीच थी.” गरीबी के चलते पà¥à¤°à¥à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° गांवों में लोग अपने छोटे बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को बीड़ी बनाने के काम में लगा देते हैं. फलसà¥à¤µà¤°à¥‚प वे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पढ़-लिख नहीं पाते. यही वजह है कि पà¥à¤°à¥à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ में महिला साकà¥à¤·à¤°à¤¤à¤¾ दर देश में सबसे कम है. à¤à¤¸à¥‡ में रेखा ने जो मिसाल क़ायम की है उससे इलाके में बदलाव का à¤à¤• नया अधà¥à¤¯à¤¾à¤¯ शà¥à¤°à¥‚ हो गया है. source : http://www.bbc.co.uk/hindi/regionalnews/story/2009/04/090421_bal_vivah_ri.shtml स दिलेरी की ख़बर मिलने के बाद राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ पाटिल ने उससे मिलने की इचà¥à¤›à¤¾ जताई है. राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤¨ ने कोलकाता सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ राजà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤² सचिवालय से रेखा के बारे में और जानकारी मंगाई है. पशà¥à¤šà¤¿à¤® बंगाल के सबसे पिछड़े ज़िलों में शà¥à¤®à¤¾à¤° पà¥à¤°à¥à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के बीड़ी मजदूरों में बाल विवाह आम है. राजà¥à¤¯ की वाममोरà¥à¤šà¤¾ सरकार लगातार कोशिशों के बावजूद इस पर अंकà¥à¤¶ लगाने में नाक़ाम रही है. लेकिन रेखा की बगावत के बाद इलाके में à¤à¤¸à¥‡ विवाह थम गठहैं. पà¥à¤°à¥à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के सहायक शà¥à¤°à¤® आयà¥à¤•à¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¸à¥‡à¤¨à¤œà¥€à¤¤ कà¥à¤‚डू कहते हैं, “रेखा की बगावत के बाद उसके गांव में à¤à¤• à¤à¥€ बाल विवाह नहीं हà¥à¤† है.” पिछड़ा इलाका जिले के à¤à¤¾à¤²à¤¦à¤¾-2 बà¥à¤²à¤¾à¤• के बड़ारोला गांव के à¤à¤• कमरे वाले अपने 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